Skip to content

गणित (Math) कक्षा 12 | अध्याय – 2 | संबंध एवं फलन (Relations and Functions) | प्रश्‍नावली 1.2

सिद्ध कीजिए कि f(x) = \frac{1}{x} द्वारा परिभाषित फलन f : R* → R*, एकैकी तथा आच्छादक है, जहाँ R*, सभी ऋणेतर वास्तविक संख्याओं का समुच्चय है। यदि प्रांत R*, को N से बदल दिया जाए, जब कि सहप्रांत पूर्ववत ही रहे, तो भी कया यह परिणाम सत्य होगा? निम्नलिखित फलनों की एकैक (Injective) तथा

गणित (Math) | कक्षा 11 | अध्याय – 4 | 4. गणितीय आगमन का सिद्धांत (Principle of Mathematical Induction) | प्रश्‍नावली 4

प्रश्‍नावली 1.1 सभी n ∈ N के लिए गणितीय आगमन सिद्धांत के प्रयोग द्वारा सिद्ध कीजिए कि: 1 + 3 + 32 + … + 3n−1 = \frac{(3^n – 1)}{2} मान की दिया कथन P(n) है, अर्थात् P(n) = 1 + 3 + 32 + … + 3n−1 = \frac{(3^n – 1)}{2} ∴ n =

अध्याय – 1 संबंध एवं फलन (Relation and Functions) Studies

भूमिका (Introduction) संबंध एवं फलन (Relation and function), प्रांत, सहप्रांत तथा परिसर आदि को अवधारणाओं का, विभिन्न प्रकार के वास्तविक मानीय फलनों और उनके आलेखों सहित परिचय कराया जा चुका है। गणित (math) में शब्द “संबंध (Relation)” की सकंल्पना को अंग्रेजी भाषा में इस शब्द के अर्थ से लिया गया है, जिसके अनुसार दो वस्तुएँ

Trigonometry

भूमिका (Introduction) कोण (Angles) किरण के घूर्णन की मूल स्थिति को प्रारंभिक भुजा तथा घूर्णन के अंतिम स्थिति को कोण की अंतिम भुजा कहते हैं। घूर्णन बिंदु को शीर्ष कहते हैं। यदि घूर्णन वामावर्त्त है तो कोण घनात्मक तथा यदि घूर्णन दक्षिणावर्त्त है तो कोण ऋणात्मक कहलाता है। दो कोणों के योग और अंतर का